न्यूयॉर्क, 1 दिसम्बर (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नियुक्त फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन (एफसीसी) के चेयरमैन अजीत पाई ने घोषणा की है कि वह 20 जनवरी को एफसीसी चेयरमैन का पद छोड़ रहे हैं, जब जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभाल लेंगे।
सोमवार को अपने इस्तीफे की योजना की घोषणा करने वाले पाई ने ट्रंप के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम के कारण चीनी निर्माताओं हुआवै और जेडटीई द्वारा बनाए गए दूरसंचार बुनियादी ढांचे के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था।
उन्होंने इन कंपनियों को बंद करने के लिए अन्य लोकतंत्रों के लिए भी अभियान चलाया।
पाई ने पद छोड़ने के बारे में बयान में कहा कि उन्हें देश और विदेश में राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों से हमारे संचार नेटवर्क की आक्रामक रूप से रक्षा करने पर गर्व है।
एफसीसी की अध्यक्षता अमेरिका में सबसे प्रभावशाली नौकरियों में से एक है क्योंकि संघीय प्राधिकरण सेलफोन स्पेक्ट्रम और सेवाओं, फोन, इंटरनेट, सैटेलाइट और केबल सेवाओं को नियंत्रित करता है।
उन्होंने कहा, एफसीसी की अध्यक्षता करने वाला पहला एशियाई-अमेरिकी होना खासकर मेरे लिए प्रिविलेज रहा है। जैसा कि मैं अक्सर कहता हूं केवल अमेरिका में ऐसा होता है।
कैबिनेट स्तर से ठीक नीचे एक और ट्रंप द्वारा नियुक्त अधिकारी सीमा वर्मा जो मेडिकेयर और मेडिकेड सर्विसेज सेंटर की प्रमुख हैं जो सरकारी स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रमों की एजेंसी है और वह व्हाइट हाउस कोरोनोवायरस टास्क फोर्स के प्रमुख सदस्य भी हैं, जब बाइडेन राष्ट्रपति बनेंगे तो उनके द्वारा पद छोड़ने की संभावना है।
पाई के कार्यकाल के दौरान सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करने वाली उनकी योजना थी नेट न्यूट्रैलिटी को समाप्त करने की उनकी विवादास्पद योजना। एक ऐसा निर्णय जिसे कई लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था।
नेट न्यूट्रैलिटी ने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को भुगतान के बदले कुछ विशेष वेब साइटों या प्राथमिकता या वेब साइटों तक बेहतर पहुंच देने से रोक दिया।
बाइडेन प्रशासन द्वारा नेट न्यूट्रैलिटी की बहाली की उम्मीद है।
वीएवी/एएनएम
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