5 Reasons Why Kavita Kaushik is Evicted from Bigg Boss 14: 'बिग बॉस' के घर में कविता कौशिक का सफर महज एक हफ्ते में ही खत्म हो गया। कविता जिस तरह एक पॉप्युलर टीवी ऐक्टर हैं, उनका इस तरह घर से जाना हैरान करने वाला होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं है, क्यों कि उन्होंने अपनी भद खुद पिटवाई है।
'बिग बॉस 14' में बीते एक हफ्ते में कुछ ऐसा हुआ है, जिसने हर दर्शक को हैरान किया है। 'एफआईआर' फेम कविता कौशिक शो में एंट्री के एक हफ्ते बाद ही बेघर हो रही हैं। 25 अक्टूबर को जब कविता कौशिक की वाइल्ड कार्ड एंट्री हुई थी, तब ऐसा लगा था कि वह गेम पलट देंगी। 'बिग बॉस' ने भी उन पर भरोसा जताया था और एंट्री के साथ ही कप्तान बना दिया था। लेकिन कविता न तो अपनी कप्तानी संभाल पाईं और न ही अपना गेम। इतना ही नहीं, सिर्फ एक हफ्ते में घर में उनके साथ 5 ऐसी बातें हुईं या उन्होंने कीं, जिनसे उन्होंने अपनी ही भद पिटवा ली है। आलम यह है कि न सिर्फ 'बिग बॉस' के अंदर, बल्कि बाहर बैठी जनता भी कविता से चिढ़ गई है!
'इन जैसों को मैं अपने घर के बाहर न खड़ी करूं'
'चंद्रमुखी चौटाला' के रूप में टीवी पर राज करने वाली कविता कौशिक ने घर में एंट्री तो पूरी पॉजिटिविटी के साथ की थी। लेकिन अगले ही दिन उनकी बेबाकी उन पर भारी पड़ने लगी। पवित्रा पूनिया और शार्दुल स्मोकिंग एरिया में खड़े थे। नियम के मुताबिक, एक बार में एक ही सदस्य को वहां रहने की इजाजत है। बतौर कप्तान कविता वहां शार्दुल को हटाने गईं। नियम का पालन करवाना जरूरी है, लेकिन बेबाकी और बड़बोलेपन में कविता शार्दुल के साथ ही पवित्रा से भी भिड़ गईं। यही नहीं, उन्होंने यहां तक कह दिया कि 'इन जैसों को तो मैं अपने घर के बाहर भी न खड़ी करूं।' कविता की इस बात पर खूब आलोचना हुई।
रुबिना को दोस्त बताया, फिर उन्हीं से भिड़ गईं
कविता जब घर में आईं तो वह रुबिना से बड़े प्यार से मिलीं। यह भी कहा कि वह अभिनव के साथ काम कर चुकी हैं। एक मर्तबा जब रुबिना और निक्की में बेडरूम एरिया की सफाई को लेकर बहस छिड़ी तब कविता ने रुबिना का साथ भी दिया। लेकिन फिर कविता उसी रुबिना से भिड़ गईं। सुबह फल काटने को लेकर दोनों में अच्छी खासी बहस हो गई।
हिंसा और नियमों को लेकर कविता का स्टैंड
कविता ने घर में एंट्री के साथ ही कहा था कि वह नियमों का पालन करना और करवाना पसंद करती हैं। हिंसा को लेकर कविता ने ग्रीन ज़ोन के सभी घरवालों को शपथ भी दिलवाई थी। लेकिन वह खुद शार्दुल के लिए दरवाजा खोलते वक्त एग्रेसिव नजर आईं। ऐजाज खान से झगड़े के बाद उन्हें कंधा मारते हुए दिखीं। इतना ही नहीं, टास्क के दौरान जब कथित तौर पर हिंसात्मक रवैया अपनाया गया, तब भी कविता गार्डन एरिया से अंदर चली गईं और बहस में हिस्सा नहीं लिया।
ऐजाज खान संग 'दोस्ती'
कविता की जब घर में एंट्री हुई तो ऐजाज खान सबसे ज्यादा एक्साइटेड दिखे। कविता ने भी आते ही उन्हें पॉजिटिव रेस्पॉन्स दिया। मौका मिला तो ऐजाज को तत्काल रेड ज़ोन से बाहर ग्रीन ज़ोन में लेकर आईं। लेकिन इसके बाद दोनों में अचानक तल्खी बढ़ने लगी। कविता अपनी कप्तानी बचा नहीं पाईं और ऐजाज घर के नए कप्तान बने। ऐसा लगा जैसे कहीं न कहीं कविता अपनी यह हार पचा भी नहीं पाईं, क्योंकि इसके बाद से ही उनका मिजाज बदलने लगा। वह उलझने लगीं। चिल्लाने लगीं।
ओछी बातें कर गई कविता, ये उम्मीद न थी
कविता ने ऐजाज खान संग अपनी 'दोस्ती' के दावों की न सिर्फ बखिया उधेड़कर रख दी, बल्कि ऐसे बातें कह दीं जिसे सिर्फ ओछापन ही कहा जा सकता है। कविता ने कहा कि ऐजाज खान उनके दोस्त नहीं हैं। वह शो से बाहर शायद ही कभी मिले हैं। यहां तक सब ठीक था। लेकिन शुक्रवार, शनिवार और रविवार के एपिसोड में कविता ने सारी हदें पार कर दीं। यहां तक कहा कि ऐजाज को लॉकडाउन में उन्होंने उस वक्त खाना खिलाया, जब उनके पास खाने के लिए नहीं था। कविता ने यह भी कहा कि जब उनके पति ने पूछा तो कविता ने यही कहा कि हम घर के बाहर खड़े लोगों को भी खाना देते हैं, फिर ऐजाज को देने में क्या हर्ज है। कविता ने ऐजाज को मानसिक रूप से बीमार, डिप्रेस्ड और ऐसी ही बहुत सी बातें कहीं जो सुनने में भी बुरी लगती हैं। भले वह किसी और के लिए ही क्यों न कही जा रही हों।
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