लंदन, 24 नवंबर (आईएएनएस)। ब्रिटिश गृह कार्यालय ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि आईएसआईएस दुल्हन शमीमा बेगम अभी भी ब्रिटेन की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। बेगम की ब्रिटिश नागरिकता को रद्द करने के फैसले को चुनौती देने वाले दो दिवसीय मुकदमे की शुरूआत में ये बात कही गई।
गृह सचिव का प्रतिनिधित्व करते हुए जेम्स एडी क्यूसी ने कहा कि बेगम को अगर ब्रिटेन लौटने की अनुमति दी जाती है, तो वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती पेश कर सकती है। उन्होंने कहा, किसी के भी आतंकवाद के इतने करीब रहने पर जोखिम में वृद्धि न्यायसंगत आधार पर इस मामले में उचित नहीं है।
अदालत को बताया गया कि बेगम आईएसआईएस के साथ अंत तक बनी रही, उसे जाने का अफसोस नहीं था और वह चाहती थी कि कैलिफेट विजयी हो।
बेगम जो अब 21 साल की है, उन तीन स्कूली लड़कियों में से एक थीं, जिन्होंने 2015 में आईएसआईएस में शामिल होने के लिए लंदन छोड़ दिया था। उनकी नागरिकता को सुरक्षा के आधार पर गृह कार्यालय द्वारा 2019 में शरणार्थी शिविर में पाए जाने के बाद रद्द कर दिया गया था। वह वर्तमान में उत्तरी सीरिया में कैंप रोज में है।
बेगम के वकील, लॉर्ड पैनिक क्यूसी ने अदालत से कहा कि बेगम अपनी अपील में कोई सार्थक भूमिका नहीं निभा सकती है क्योंकि वह सीरिया में थी। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में प्रवेश करने के लिए उसे अनुमति देना ही एकमात्र प्रभावी तरीका है।
बेगम फरवरी 2015 में ब्रिटेन छोड़ कर सीरिया चली गई। वह 15 साल की थी जब उसने ब्रिटेन छोड़ा था। कुछ दिनों के भीतर वह तुर्की की सीमा पार कर गई और सीरिया के रक्का स्थित आईएसआईएस मुख्यालय पहुंची, जहां उसने एक डच कन्वर्ट रिक्रूट से शादी की। उनके तीन बच्चे थे - जिनमें से सभी की मौत हो चुकी है।
पूर्व गृह सचिव साजिद जाविद ने फरवरी 2019 में बेगम की नागरिकता रद्द करने का निर्णय लिया था।
वीएवी-एसकेपी
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